परिषदीय विद्यालयों में एक सितंबर से किस प्रकार शुरू होगा पठन-पाठन का कार्य

बहुत इंतज़ार के बाद विद्यालय परिसर बच्चों से गुलजार होने जा रहे हैं | इस पल का बच्चों को भी बेसब्री से इंतज़ार था| एक साथ सभी बच्चों के स्कूल आने पर कुछ सावधानियां भी बरतना आवश्यक है | वैसे तो उच्च प्राथमिक कक्षाएं 23 अगस्त से ही चालू हो जायेंगी, किन्तु प्राथमिक कक्षाएं 01 सितम्बर से संचालित होंगी | इसके लिए विभाग द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं| इस पोस्ट में हम बताने जा रहे हैं कि बच्चों के लिए स्कूल खुलने पर पूर्व में कौन-कौन सी तैयारी आवश्यक होगी |

बच्चों के लिए स्कूल खुलने से पूर्व तैयारी

विद्यालय में पठन-पाठन भौतिक रूप से प्रारंभ करने से पूर्व क्या करें

  • विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक बुलाने हेतु एजेंडा जारी करें और सम्बंधित को सूचित करें|
  • प्रबंध समिति की बैठक में विद्यालय के संचालन और पठन-पाठन के सम्बन्ध में व्यापक चर्चा करें | सभी सदस्यों का सहयोग लेते हुए अभिभावकों को अपने बच्चे विद्यालय भेजने के लिए प्रोत्साहित किया जाय |
  • बच्चों के माता-पिता से लिखित रूप में सहमति अवश्य ले ली जाय |
  • विद्यालय परिसर और कक्षा-कक्ष की साफ़-सफाई करा लें |
  • शौचालय और पानी की सप्लाई की क्रियाशीलता चेक करके आवश्यक साफ़-सफाई करा लें|
  • विद्यालय में हाथ धोने की सुविधा क्रियाशील कराएं |
  • कोविड-19 महामारी से बचाव हेतु बच्चों को जागरूक करने की आवश्यकता होगी|
  • विद्यालय परिसर में जगह-जगह कोरोना जागरूकता हेतु पोस्टर बनाकर लगायें या स्लोगन लिखें |
  • छात्र -छात्राओं के अभिभावकों को टीकाकरण कराने हेतु प्रोत्साहित करें |

शिक्षण कार्य कैसे संचालित किया जाय

  • बच्चों को शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करें |
  • सभी विद्यार्थी एवं स्वयं शिक्षक मास्क लगाकर रखें |
  • दिन में कई बार साबुन से हाथ धुलने का प्रयास करें |
  • विद्यार्थियों के लिए 6 फिट की दूरी के साथ बैठने की व्यवस्था करें |
  • विद्यालय के सभी प्रवेश द्वार और निकास द्वार खुले रखें | जिससे अनावश्यक भीड़ न एकत्रित हो |
  • बच्चों से प्रतिदिन उनके स्वास्थ्य के बारे में पता करना आवश्यक है |
  • ऐसे बच्चे जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है, उनके अभिभावक से संपर्क करके डॉक्टर को दिखने के लिए कहें |

विद्यालय में पठन-पाठन प्रारम्भ होने के बाद की तैयारी

  • परिसर की नियमित सफाई कराना आवश्यक है |
  • पर्यावरण सफाई प्रक्रिया का पालन करते हुए अपशिष्ट पदार्थों का निस्तारण
  • पेयजल और जल-निकास की सुविधा
  • मूत्रालय और शौचालय की नियमित सफाई
  • कचरा इधर-उधर फेंकने के बजाय डस्टविन का प्रयोग
  • हाथ धुलने के लिए हैण्ड वाशिंग यूनिट के पास साबुन की उपलब्धता
  • साफ़ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही छात्रों को घर से पानी की बोतल लाने हेतु प्रोत्साहन
  • बच्चों को एक-दूसरे से मास्क अदला-बदली पर रोक लगाना |
  • बच्चों को पुस्तकें , पेन और खाद्य पदार्थ एक-दूसरे के साथ साझा न करने हेतु कहना

छात्र-छात्राओं के उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था

कोविड-19 महामारी के कारण बच्चों के अधिगम स्तर में अत्यधिक गिरावट हुई है | इस हेतु आवश्यक है कि बच्चों के स्तर के अनुसार उनके उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था की जाय| उपचारात्मक कक्षा शिक्षण हेतु ध्यानाकर्षण मॉड्यूल , आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका हिंदी व गणित और समृद्ध हस्तपुस्तिका हिन्दी और समृद्ध हस्तपुस्तिका गणित मॉड्यूल का प्रयोग करें|

उपचारात्मक शिक्षण करने से पूर्व यदि बच्चों का पूर्व आकलन करना चाहें तो यहाँ से बेसलाइन आकलन प्रपत्र मॉडल पेपर डाउनलोड कर सकते हैं |

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