सरिता ( कविता )

H Solution for SCERT UP Board textbook Kalrav ( Vatika ) कक्षा 5 हिन्दी कलरव “वाटिका” पाठ 4 सरिता कविता, कवि गोपाल सिंह ‘नेपाली’ solution hindi pdf, | If you have query regarding Class 5 chapter 4 Sarita , please drop a comment below.

सरिता (Sarita)

Exercise ( अभ्यास )
प्रश्न ( 1 ) बोध प्रश्न : उत्तर लिखिए

(क) सरिता का जल कहाँ से आता है ?

उत्तर – सरिता का जल हिमालय की चोटी पर जमीं बर्फ के पिघलने से आता है |

(ख) सरिता का जल रात-दिन बहते हुए कौन-सा कार्य करता है ?

उत्तर – सरिता का जल दिन-रात पहाड़ की चट्टानों से होकर कंकड़-पत्थर से गुजरते हुए बहता रहता है , मानो वह पृथ्वी का ह्रदय धो रहा हो |

(ग) पथिक सरिता के जल से किस प्रकार सुख पाता है ?

उत्तर – प्यासा पथिक नदी के मीठे जल को पीकर आनंद की अनुभूति करता है |

(घ) कवि ने जननी के अंतस्तल को कोमल क्यों कहा है ?

उत्तर – कवि ने धरती के भू-भाग की तुलना माँ के कोमल ह्रदय से की है | जैसे माता का ह्रदय स्नेह से भरा होता है उसी प्रकार धरती माँ के ह्रदय में जल रुपी स्नेह का अपार भण्डार छुपा है |

(ड.) सरिता के जल को तन का चंचल क्यों कहा गया है ?

उत्तर – कवि ने सरिता के जल को तन का चंचल कहा है क्योंकि जल का गुण ही है चंचलता |

प्रश्न (2) नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए –

(क) ‘तन का चंचल मन का विहवल, यह लघु सरिता का बहता जल’

उत्तर – कवि कहता है कि जिस प्रकार कोई शरीर से चंचल और मन से व्याकुल बालक का व्यवहार होता है उसी प्रकार इस नदी के जल का भी व्यवहार परिलक्षित हो रहा है |

(ख) ‘दिन-भर, रजनी-भर, जीवन-भर, धोता वसुधा का अंतस्तल’

उत्तर – सरिता का जल पूरे दिन और रात , जीवन पर्यंत धरती की सतह को धोता रहता है |

(ग) ‘नित जलकर भी कितना शीतल’

उत्तर – नदी का जल दिन भर सूरज की गर्मी में तपकर भी कितना ठंडा रहता है |

(घ) ‘बहता रहता युग-युग अविरल’

उत्तर – सरिता का जल युग-युगांतर से बिना रुके बह रहा है |

प्रश्न (3) सोच-विचार : बताइए –

क्या कारण है – नदियों का जल उदगम स्थल पर शुद्ध होता है जो आगे चलकर प्रदूषित हो जाता है ?

उत्तर – ज्यादातर सभी बड़े शहर नदियों के किनारे ही बसे हैं | शहर का सारा गन्दा पानी नालों से होकर नदियों में ही गिरता है | यही कारण है कि नदियों का पानी प्रदूषित हो जाता है |

प्रश्न (4) भाषा के रंग –

(क) कल-कल, छल-छल, समान ध्वनि के शब्द हैं जिनका एक साथ दोहरा प्रयोग हुआ है | इससे भाषा में सुन्दरता बढ़ी है | कविता में आए इस प्रकार के अन्य शब्द लिखिए |

उत्तर – दिन-भर, रजनी-भर, जीवन-भर, उतर-उतर, गिर-गिर, कंकड़-कंकड़, पिघल-पिघल और युग-युग |

(ख) कविता की पंक्तियों के अंत में समान तुक वाले शब्द आए हैं , विकल-निकल, जल-छल | इसी प्रकार समान तुक वाले शब्दों के जोड़े बनाइए |

उत्तर – पिघल-विमल, वत्सल-अंतस्तल, उतर-पर |

(ग) कविता में सरिता के जल के लिए अनेक विशेषण शब्दों का प्रयोग हुआ है जैसे – शीतल, निर्मल आदि | ऐसे ही पाँच और विशेषण शब्दों को कविता से ढूँढकर लिखिए |

उत्तर – चंचल , विमल , दूध-सा, हिम का जल, मृदु जल, करुणा जल,

(घ) दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए-

उत्तर – सरिता – नदी, तरंगिणी

पर्वत – पहाड़ , गिर

जल – पानी , नीर

वसुधा – पृथ्वी , धरा

प्रश्न (5) अनुमान और कल्पना

यदि नदियों का जल सूख जाए तो क्या होगा ?

उत्तर – नदियों का जल सूख जाने पर बहुत ही भयावह स्थिति का सामना करना पड़ेगा | हमारे देश के कुछ शहर नदियों के जल से पीने का पानी प्राप्त करते हैं , वहां जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा | उसी प्रकार सभी जंगली जानवर झीलों और नदियों के पानी से प्यास बुझाते हैं | नदियों के सूख जाने पर उनके जीवन पर संकट आ जाएगा|

प्रश्न (6) तुम्हारी कलम से

‘जल ही जीवन है|’ इस कथन के सम्बन्ध में अपने विचारों को दस पंक्तियों में लिखिए |

उत्तर – छात्र स्वयं लिखें |

प्रश्न (7) अब करने की बारी

(क) कविता का अभ्यास कर प्रभावपूर्ण ढंग से कक्षा में सुनाइए |

(ख) पहाड़ से निकलती हुई नदी का चित्र बनाइए |

(ग) अपने क्षेत्र में बहने वाली नदियों के नाम लिखिए |

उपरोक्त सभी प्रश्नों का उत्तर छात्र स्वयं लिखें |

RELATED POSTS :

Master Jee Online Solutions for Class 5 Kalrav Chapter 4 Sarita . कक्षा 5 हिंदी कलरव के प्रश्न उत्तर Sarita . If you have any suggestions, please send to us as your suggestions are very important to us.

CONTACT US :
IMPORTANT LINKS :
RECENT POSTS :

This section has a detailed solution for all SCERT UTADAR PRADESH textbooks of class 1, class 2, class 3, class 4, class 5, class 6, class 7 and class 8, along with PDFs of all primary and junior textbooks of classes . Free downloads and materials related to various competitive exams are available.

error: Content is protected !!